आजकल शहर में Tamatar महंगे होने की वजह से ग्रहणियों का किचन बजट बिगड़ गया है।जैसे कि आप सभी जानते हैं 1 किलो टमाटर की कीमत ₹80 हो गई है।
इसके कारण सब्जियों से Tamatar लगभग गायब हो गए हैं।तारी पोहा में टमाटर की आस रखने वाले मायूस होकर जा रहे हैं।
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टमाटर महंगे होने के कारण पोहे में Tamatar नहीं मिल रहे,लेकिन खबर है कि जल्द ही जनता को इस महंगाई से राहत मिलने वाली है।
बढ़ते टमाटर के दामों को देखते हुए सरकार एक्टिव मोड पर आ गई है। हमारी सरकार ने टमाटर के दामों में आने वाले समय में कमी लाने का दावा किया है।
आइये जाने आखिर क्यों Tamatar इतने महंगे हो गए हैं,
मई में पड़ी तेज धूप के कारण उत्तर भारत में टमाटर की पूरी फसल खेतों में ही बर्बाद हो गई। इसी कारण से जून और जुलाई के महीने में टमाटर की फसल की आपूर्ति करना मुश्किल हो गया।
इस वजह से बाजार में टमाटरों के दामों में अचानक उछाल देखने को मिला है। नागपुर के होलसेल सब्जी बाजार में टमाटर के दाम 50-60 रुपए किलो को पार कर चुके हैं।इसीलिए चिल्लर में टमाटर साथ 70 80 रुपए किलो बिक रहा है।
सोलापुर और छत्रपति संभाजी नगर सहित दक्षिणी भागों से उपराजधानी नागपुर में टमाटर की आपूर्ति की जाती है। कलमना और कॉटन मार्केट में रोजाना 15 से 16 ट्रक से टमाटर आते हैं।
इस साल तेज धूप के कारण खेतों में फसल बर्बाद हो गई। इसकी वजह से किसानों को बहुत नुकसान हुआ और फसल खराब होने के कारण टमाटरों की संख्या भी आधी रह गई। इसके वजह से टमाटर के दामों में भारी उछाल आया।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों में मंत्रालय ने कहा है कि, दक्षिणी राज्यों से ताजा फसल जल्द ही बाजारों में आने वाले है। जिससे टमाटर की कीमत में वापस कमी आ जाएगी।
इसके साथ ही मंत्रालय का कहना है कि, अच्छी बारिश के कारण बहुत सी सब्जियों की गर्मियों में बुवाई तेजी से बढ़ रही है। इससे इनकी कीमत में और कमी आएगी।