भारत देश में Sone को सिर्फ धातु के रूप में नहीं बल्कि इसकी सांस्कृतिक, परंपरागत, कलात्मक और आर्थिक पूंजी के रूप में भी देखा जाता है।यही कारण है कि दिन-ब-दिन बढ़ते सोने के रेट की वजह से भारतीय जनता काफी ज़्यादा परेशान है। आज सोने का रेट सभी समय के उच्चतम स्तर पर जा चुका है।
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आईए जाने भारत में Sone का सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व
सोना भारतीय संस्कृति में समृद्धि, सौभाग्य और शुभता का प्रतीक माना जाता है। विवाह समारोहों में सोने के आभूषणों का आदान-प्रदान एक परंपरा है। दहेज और उपहार के रूप में सोना दिया जाता है।

दिवाली, अक्षय तृतीया, दशहरा जैसे पर्वों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। परिवारों में सोना एक विरासत के रूप में संरक्षित रहता है, जो भावनात्मक और पारिवारिक जुड़ाव दर्शाता है।
भारत में Sone का आर्थिक महत्व
सोने को एक स्थिर और सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर आर्थिक अनिश्चितता के समय| वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, भारतीय महिलाओं के पास लगभग 24,000 टन सोना है—जो कई देशों के गोल्ड रिजर्व से अधिक है।
अच्छी फसल के बाद किसान सोना खरीदते हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ती है।अंतरराष्ट्रीय बाजार, मुद्रास्फीति और सरकारी नीतियाँ भारत में सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं।
आइए जानते हैंअंतरराष्ट्रीय बाजार में Sone की कीमत अचानक क्यों ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें हाल ही में अब तक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए उच्च स्तर पर पहुँच रही हैं। 8 अगस्त 2025 को सोने के वायदा (futures) भाव प्रति औंस $3,534 के स्तर पर पहुँच गए, जो अब तक का उच्चतम है|
“स्विट्ज़रलैंड से आने वाली भारी सोने की सलाखों पर अमेरिका द्वारा 39 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के कारण वैश्विक बुलियन व्यापार में बड़ी हलचल देखी जा रही है।”इसी कारण से सोने की दर All time high पर पहुँच गई है।
हालाँकि, स्पॉट गोल्ड (spot gold) स्पॉट गोल्ड का तात्पर्य वर्तमान बाजार मूल्य से है जिससे सोने को तत्काल डिलीवरी के लिए खरीदा या बेचा जा सकता है। यह सोने का वास्तविक समय मूल्य है|
जिसे आमतौर पर प्रति ग्राम, प्रति 10 ग्राम या प्रति ट्रॉय औंस के हिसाब से उद्धृत किया जाता है, और यह वैश्विक मांग, आपूर्ति और आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।की कीमत थोड़ी कमी के साथ प्रति औंस $3,387 के आसपास ट्रेड कर रही थी, जो पिछले दिन की तुलना में लगभग 0.25% की गिरावट को दर्शाता है ।
इस समय, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना ज्यादातर $3,300–3,400 प्रति औंस के दायरे में ट्रेड कर रहा है, कुछ जोखिम और फेड दर कट (Fed cut) प्रत्याशाओं के बीच कीमतों में अस्थायी उछाल देखा गया है ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उछाल से भारत में Sone की कीमतों पर असर
भारत में 8 अगस्त 2025 को सोने की कीमतों ने नये रिकॉर्ड बनाये। MCX अक्टूबर वायदा (futures) में Sone की दर ₹1,02,191 प्रति 10 ग्राम पहुँच गई, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और सुरक्षित निवेश की प्रवृत्ति का परिणाम है ।
इसी दिन भारत (spot gold) मूल्य भी उच्च स्तर पर रहा 24 कैरेट: लगभग ₹10,331 प्रति ग्राम (₹1,03,310 प्रति 10 ग्राम) 22 कैरेट: ₹9,470 प्रति ग्राम (लगभग ₹94,700 प्रति 10 ग्राम)
विभिन्न स्रोतों ने स्थानीय बाजारों में अवलोकित कीमतों को भी रिपोर्ट किया है: 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,03,380, 22 कैरेट ₹94,700 रही । विशेष रूप से हैदराबाद में, 24 कैरेट और 22 कैरेट दोनों सोने की कीमत ₹1,02,589 प्रति 10 ग्राम थी ।
अमेरिकी टैरिफ तनाव, रुपये का गिरना, और सुरक्षित निवेश की प्रवृत्ति से प्रेरित होकर सोने की कीमतें भारत में ₹1.02 लाख प्रतिएक 10 ग्राम को पार कर गईं ।
अचानक बड़े सोने के रेट के मुख्य कारण
America tariff announcement — उच्च टैरिफ ने स्विट्ज़रलैंड से सोने के निर्यात को प्रभावित किया, जिससे वैश्विक मांग बढ़ी और अंतरराष्ट्रीय कीमतें उछल गईं ।
Growing trend of safe investments — वैश्विक आर्थिक असमंजस, मॉनेटरी नीति की अनिश्चितता, और निवेशकों का गोल्ड की ओर रुख ने मांग बढ़ा दी ।
Depreciation of the rupee — डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट ने भारतीय उपभोक्ताओं व निवेशकों के लिए सोने को महंगा बनाया
फ्यूचर्स मार्केट का प्रभाव — भारतीय वायदा बाजार में तेजी ने स्थानीय कीमतों को ऊपर धकेला ।
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