Skip to content

‘Kurukshetra’ Netflix Review: 9 एपिसोड में देखिए Stunning Animation के साथ महाभारत की महाकाव्य गाथा

'Kurukshetra' Netflix Review: 9 एपिसोड में देखिए Stunning Animation के साथ महाभारत की महाकाव्य गाथा

Kurukshetra Netflix रिलीज़ की तारीख

जब भी हिंदुस्तान की पुरानी दास्तानों की बात होती है ना, तो महाभारत का नाम सबसे पहले ज़ुबान पर आ ही जाता है। ये कोई आम जंग की कहानी नहीं, बल्कि धर्म, फ़र्ज़, रिश्तों और इंसानियत की एक बहुत ही गहरी दास्तान है। और अब Netflix ने इसी दास्तान को एक नए और मॉडर्न अंदाज़ में ज़िंदा कर दिया है एक शानदार एनीमेटेड वेब सीरीज़ के रूप में, जिसका नाम है ‘Kurukshetra’।

ये सीरीज़ 10 अक्टूबर 2025 को रिलीज़ हुई है और रिलीज़ होते ही लोगों की जुबान पर छा गई है। हर कोई इस पर बात कर रहा है कहीं इसके जबरदस्त विज़ुअल्स की तारीफ़ हो रही है, तो कहीं कहानी और डायलॉग्स की गहराई की चर्चा चल रही है। सोशल मीडिया से लेकर रिव्यू साइट्स तक, बस एक ही नाम गूंज रहा है Kurukshetra!

लोग कह रहे हैं कि Netflix ने इस बार वाकई कुछ बड़ा कर दिखाया है। जिस तरह से इसने पुरानी कथा को नए जमाने के टच के साथ पेश किया है, वो काबिले-तारीफ़ है। आवाज़ों का चयन (voice cast) से लेकर बैकग्राउंड म्यूज़िक तक, सब कुछ इतना शानदार है कि आपको स्क्रीन से नज़रें हटाने का मन ही नहीं करेगा।

सीरीज़ में वो सब कुछ है जो दिल को छू जाए भावनाएँ, शक्ति, राजनीति, धोखा, त्याग और सच्चाई की लड़ाई। खास बात ये है कि इसे इस तरह दिखाया गया है कि नई पीढ़ी भी इसे आसानी से समझ सके, और पुरानी पीढ़ी को इसमें अपने बचपन की यादें मिल जाएँ।

‘Kurukshetra’ की सबसे बड़ी ताक़त है इसका विज़ुअल प्रेज़ेंटेशन। हर सीन ऐसे लगता है जैसे किसी पेंटिंग में जान डाल दी गई हो। महल, रणभूमि, आसमान, धरती हर फ्रेम में एक जादू है। और जब भगवान कृष्ण का संवाद आता है, तो जैसे रूह तक सिहर जाती है।

कहानी वही पुरानी है, मगर अंदाज़ नया है। यहाँ आपको कुरुक्षेत्र की जंग सिर्फ़ तलवारों और बाणों में नहीं दिखती, बल्कि विचारों की टक्कर के रूप में भी नज़र आती है। अर्जुन का द्वंद्व, भीष्म की निष्ठा, द्रौपदी का साहस और कर्ण की पीड़ा सब कुछ इतने खूबसूरत तरीक़े से दिखाया गया है कि आँखें नम हो जाती हैं।

Kurukshetra की कहानी – महाभारत की आंखों से देखी जंग

‘Kurukshetra’ की कहानी महाभारत के भीष्म पर्व से प्रेरित है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी खूबी ये है कि इसे सिर्फ़ एक नज़रिए से नहीं दिखाया गया बल्कि 18 बड़े योद्धाओं की आँखों से दिखाया गया है। हर एपिसोड में एक योद्धा की अपनी कहानी, उसका दिल-दिमाग़, उसकी उलझनें और धर्म को लेकर उसकी सोच को सामने लाया गया है।

जैसे अर्जुन का वो अंदरूनी संघर्ष लड़ाई अपने ही लोगों से क्यों?, भीष्म का वो दर्द कर्तव्य निभाऊँ या दिल की सुनूँ?, द्रोणाचार्य की वो उलझन धर्म क्या है, और अधर्म कहाँ से शुरू होता है?, अभिमन्यु का वो जोश और सच्चा बहादुरी वाला जज़्बा, और जयद्रथ का वो पछतावा, जो दिल को छू जाता है।

Netflix ने इस सीरीज़ में महाभारत के युद्ध को सिर्फ़ एक एक्शन या फाइट की तरह नहीं, बल्कि एक जज़्बाती सफ़र की तरह पेश किया है। यहाँ तलवारों से ज़्यादा दिलों की टक्कर है, और युद्ध के मैदान से ज़्यादा आत्मा के अंदर चल रही जंग दिखती है।

हर एपिसोड आपको किसी न किसी योद्धा के करीब ले आता है कभी अर्जुन की आँखों में संघर्ष दिखता है, तो कभी भीष्म के चेहरे पर बेबसियों की झलक। द्रोणाचार्य का चेहरा आपको धर्म और मोह के बीच फँसे इंसान की याद दिला देता है।

‘Kurukshetra’ देख कर ऐसा लगता है जैसे Netflix ने हमें सिर्फ़ कुरुक्षेत्र की रणभूमि नहीं दिखाई, बल्कि इंसानी जज़्बातों का मैदान भी खोल दिया हो। यहाँ हर किरदार की सोच, उसकी पीड़ा, और उसका फ़ैसला, आपको सोचने पर मजबूर कर देता है कि असल धर्म क्या है? सीरीज़ के डायलॉग्स में वो गहराई है जो दिल को चीर जाती है, और आवाज़ों (voice artists) में वो एहसास है जो सीधा रूह तक पहुँचता है।

सच कहें तो ‘Kurukshetra’ सिर्फ़ एक कहानी नहीं, बल्कि हर इंसान के अंदर चल रही अपनी-सी लड़ाई की झलक है जहाँ कभी अर्जुन की उलझन होती है, कभी भीष्म की मजबूरी, कभी द्रोण की चुप्पी और कभी अभिमन्यु की बहादुरी। Netflix ने वाक़ई इस बार महाभारत को जिंदा कर दिया है, और वो भी एक ऐसे अंदाज़ में जो दिल को छू जाए और दिमाग़ में बस जाए।

एनीमेशन, वॉइस एक्टिंग और संवाद

सीरीज़ का एनीमेशन लेवल तो कमाल का है! हर फ्रेम में भारतीय कला और मॉडर्न CGI का ऐसा खूबसूरत मिलन देखने को मिलता है कि आँखें ठहर जाती हैं। युद्ध के सीन इतने जिंदा और दमदार लगते हैं कि लगता है जैसे हम खुद कुरुक्षेत्र के मैदान में खड़े हों जहाँ मिट्टी उड़ रही है, शंख बज रहे हैं, और रणभूमि की गरज हवा में गूंज रही है।

सबसे बड़ी बात ये है कि Netflix ने इसमें भारतीयता का पूरा रंग बरकरार रखा है। चाहे वो किरदारों के कपड़े हों, हथियार हों, सेनाओं का अंदाज़ या फिर आस-पास का माहौल, हर चीज़ में भारत की मिट्टी की महक महसूस होती है। ऐसा लगता है जैसे पुराने समय की आत्मा को नए जमाने की तकनीक में पिरो दिया गया हो।

एनीमेशन के रंगों का संतुलन इतना बढ़िया है कि हर इमोशनल सीन दिल पर सीधा असर डालता है। कभी हल्का सुनहरा आसमान, कभी लाल धूल से ढकी धरती, और कभी नीले प्रकाश में भीष्म का चेहरा हर सीन एक कहानी जैसा चित्र बन जाता है।

अब बात करें आवाज़ों की तो वो तो सच में दिल जीत लेती हैं। हर किरदार की आवाज़ उसके जज़्बात और शख्सियत के हिसाब से चुनी गई है। भगवान कृष्ण की आवाज़ में वो गहराई और सुकून है जो दिल को ठंडक दे जाती है। अर्जुन की आवाज़ में दर्द, उलझन और भावनाओं का तूफ़ान महसूस होता है। और भीष्म पितामह की आवाज़ में वो ज्ञान और पीड़ा का मिला-जुला रंग है जो सीधे दिल तक उतर जाता है।

लेकिन जो चीज़ इस सीरीज़ को सच में जादुई बना देती है, वो हैं गुलज़ार साहब के लिखे हुए डायलॉग्स। उनके शब्द सिर्फ़ बोले नहीं जाते, बल्कि महसूस किए जाते हैं। उनकी लाइनों में कविता भी है, दर्शन भी है, और ज़िंदगी का सच्चा दर्द भी।

जैसे एक सीन में भीष्म कहते हैं “धर्म वही नहीं जो लिखा गया है, धर्म वो है जो निभाया जाता है।” और कृष्ण का वो गूंजता हुआ संवाद “युद्ध से भागना भी एक युद्ध है, बस दुश्मन भीतर होता है।” ऐसे कई लम्हे हैं जो दिल को छू जाते हैं और सोचने पर मजबूर कर देते हैं।

संगीत,निर्देशन और बैकग्राउंड स्कोर

‘Kurukshetra’ का संगीत तो सच में इसकी रूह है वो धड़कन जो पूरी सीरीज़ को ज़िंदा रखती है। जैसे ही सीरीज़ शुरू होती है, शंखनाद, मृदंग और वीणा के सुर आपको सीधे किसी प्राचीन युग में पहुँचा देते हैं। हर धुन में एक शक्ति और श्रद्धा का एहसास है।

जब युद्ध के सीन आते हैं, तो ढोल-नगाड़ों की गूंज ऐसी लगती है जैसे धरती खुद काँप उठी हो। दिल में एक जोश, एक रोमांच भर जाता है आप चाहकर भी स्क्रीन से नज़र नहीं हटा पाते। और जब गीता के उपदेश वाले पल आते हैं, तो संगीत अचानक शांत और आत्मिक हो जाता है। ऐसा लगता है जैसे कोई अंदर से कह रहा हो “ठहर जाओ, सुनो, और खुद को समझो।” इस सीरीज़ को देखना और सुनना, दोनों ही एक महसूस करने वाला तज़ुर्बा है। हर सीन, हर आवाज़, हर सुर दिल में उतर जाता है।

निर्देशक उजान गांगुली ने इसे जिस नज़ाकत और सोच के साथ बनाया है, वो काबिले-तारीफ़ है। उन्होंने कहानी को इस तरह पेश किया है कि ये सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि बड़ों के लिए भी उतनी ही दिलचस्प बन गई है। कहीं धर्म की गहराई दिखती है, तो कहीं मनोरंजन का तड़का दोनों का संतुलन इतना बेहतरीन है कि सीरीज़ कभी भारी नहीं लगती और कभी हल्की नहीं पड़ती।

हर एपिसोड करीब 30 मिनट का है, लेकिन मज़े की बात ये है कि वक्त का पता ही नहीं चलता। कहानी, संगीत और एनीमेशन तीनों मिलकर दर्शक को कुरुक्षेत्र की उस दुनिया में बाँध लेते हैं जहाँ से लौटने का मन ही नहीं करता।

निर्माता अनु सिका ने भी कोई कमी नहीं छोड़ी। प्रोडक्शन क्वालिटी इतनी शानदार है कि हर फ्रेम में मेहनत और लगन झलकती है। कभी सूरज की रोशनी में चमकती तलवारें, कभी युद्धभूमि की धूल, कभी कृष्ण की मुस्कान सब कुछ इतना असली लगता है कि लगता है जैसे ये सब हमारे सामने ही हो रहा हो।

दर्शकों और समीक्षकों की राय

रिलीज़ के बाद से ही ‘Kurukshetra’ ने सोशल मीडिया पर जैसे धूम मचा दी है। हर तरफ़ बस इसी सीरीज़ की बातें हो रही हैं। लोग कह रहे हैं कि ये “भारत की अब तक की सबसे ज़बरदस्त और खूबसूरत एनीमेटेड सीरीज़” है। Instagram, X (Twitter) और YouTube पर इसके क्लिप्स, डायलॉग्स और रिव्यूज़ की बाढ़ सी आ गई है।

India Today की रिपोर्ट्स के अनुसार– “महाभारत की नई व्याख्या, जो दिल और दिमाग़ दोनों को छू जाती है।” वहीं Scroll.in ने लिखा – “ये सिर्फ़ युद्ध की कहानी नहीं, बल्कि विचारों का संघर्ष है।” और Rediff ने तो इसे पूरे 4 स्टार देते हुए कहा – “हर एपिसोड में ज्ञान, भावना और इंसानियत का मेल है।” मतलब साफ़ है – ‘Kurukshetra’ ने लोगों के दिल जीत लिए हैं।

हाँ, कुछ समीक्षक ये भी कहते नज़र आए कि कुछ एपिसोड्स थोड़े स्लो हैं, जैसे कहानी थोड़ा रुककर चलती है। लेकिन ज़्यादातर दर्शकों का कहना है कि यही धीमापन सीरीज़ को गहराई देता है, क्योंकि हर किरदार, हर पल को महसूस करने का वक्त मिलता है।

लोगों को सबसे ज़्यादा पसंद आया इसका सोचने पर मजबूर करने वाला अंदाज़। कई यूज़र्स ने लिखा कि “पहली बार किसी एनीमेशन में ऐसा लगा कि दिल और दिमाग़ दोनों एक साथ काम कर रहे हैं।” कई लोगों ने तो इसे Netflix का अब तक का सबसे दिल को छू जाने वाला भारतीय प्रोजेक्ट बताया है।

कुल मिलाकर, ‘Kurukshetra’ ने दर्शकों के दिलों में एक गहरी जगह बना ली है। ये कोई ऐसी सीरीज़ नहीं है जिसे बस देखा जाए ये वो सफ़र है जिसे महसूस किया जाता है, हर डायलॉग, हर आवाज़, हर भाव के साथ। Netflix ने इस बार वाक़ई साबित कर दिया है कि जब भारतीय कहानी को इज़्ज़त और जुनून के साथ बताया जाए, तो उसका असर सीधा रूह तक पहुँचता है।

क्यों देखें ‘Kurukshetra’? संदेश और दार्शनिक गहराई

‘Kurukshetra’ सिर्फ़ एक युद्ध की कहानी नहीं दिखाती ये तो इंसान के अंदर चल रहे युद्ध को सामने लाती है। ये सीरीज़ बताती है कि अच्छाई और बुराई दोनों हर इंसान के भीतर मौजूद होती हैं, और असली लड़ाई किसी मैदान में नहीं, बल्कि अपने दिल और दिमाग़ के अंदर होती है।

यहाँ हर शख्स के भीतर एक पांडव भी है और एक कौरव भी फर्क बस इतना है कि कौन-सा पहलू हम अपने कर्मों से ज़िंदा रखते हैं। भगवान कृष्ण के उपदेश इस सीरीज़ की जान हैं। वो सिखाते हैं कि कर्म ही सच्चा धर्म है, और इंसान का फ़र्ज़ है कि वो सही रास्ते पर डटा रहे, चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों।

हर किरदार का फ़ैसला आपको अपने ज़िंदगी के तजुर्बों से जोड़ देता है। कभी लगता है “हाँ, मैंने भी ऐसा महसूस किया था,” और कभी सोच में डाल देता है “अगर मैं वहाँ होता तो क्या करता?”

अगर आप महाभारत के दीवाने हैं, तो ‘Kurukshetra’ आपके लिए एक नया और दिल छू जाने वाला अनुभव है। अगर आपको एनीमेशन पसंद है, तो ये सीरीज़ दिखाएगी कि भारतीय एनीमेशन अब वाक़ई दुनिया के टक्कर पर पहुँच चुका है।

और अगर आप ज़िंदगी में थोड़ी गहराई या आत्मचिंतन ढूंढ रहे हैं, तो यकीन मानिए, ये सीरीज़ आपके लिए “मन की गीता” बन सकती है। Netflix की ‘Kurukshetra’ सिर्फ़ एक एनीमेटेड शो नहीं है, ये तो महाभारत की रूह का पुनर्जन्म है। इसमें कहानी है, जज़्बात हैं, दर्शन है और विज़ुअल्स में एक ऐसा जादू है जो दिल को छू जाता है।

ये उन कुछ गिने-चुने प्रोजेक्ट्स में से है जो भारतीय संस्कृति को मॉडर्न अंदाज़ में पेश करते हैं, लेकिन उसकी आत्मा को ज़िंदा रखते हैं। इसलिए अगर आपने अब तक ‘Kurukshetra’ नहीं देखी, तो इस वीकेंड इसे ज़रूर देखिए। क्योंकि ये सिर्फ़ एक जंग की कहानी नहीं, बल्कि ज़िंदगी को समझने का रास्ता है एक ऐसी कहानी जो सिखाती है कि असली युद्ध बाहर नहीं, भीतर होता है।

अंतिम रेटिंग: 4.5/5 — दिल, दिमाग़ और रूह तीनों को झकझोर देने वाली सीरीज़।

यह भी पढ़े –

Google का बहुचर्चित बदलाव “Work from Anywhere” नीति में new turn जाने पूरी बात

“Iron Man” का जाना Varinder Singh Ghuman का जीवन, संघर्ष और 42 की उम्र में Sudden Death

Subscribe

Join WhatsApp Channel