जैसे कि आप सभी जानते हैं नागपुर में भी Manpa आयुक्त के पास ही शहर में सभी व्यवस्थाओं की जान जिम्मेदारी हैं। लेकिन मनपा प्रशासन से नागरिकों को सुविधा कम और परेशानी ज्यादा मिला हैं।
इसीलिए Manpa प्रशासन के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मनपा कार्यालय के बाहर आंदोलन किया और जमकर नारेबाजी भी की इसका कारण राज्य में महानगर पालिका चुनाव नहीं होने से नागपुर महानगरपालिका में मनपा का राज है।
इसीलिए कांग्रेस विधायक Vikas thakre के नेतृत्व में जोरदार नारेबाजी के साथ यहां आंदोलन किया गया।
नागपुर शहर में सड़कों की हालत बहुत खराब है, सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं, रिहायशी इलाके में कूड़े के बड़े-बड़े देर है, जिनमें से दुर्गंध आती है। पानी की कमी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, टैक्स का बोझ दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है, इत्यादि।
इन समस्याओं के कारण Manpa कार्यालय के बाहर इस आंदोलन को किया गया। इस आंदोलन के चलते कुछ देर के लिए माहौल काफी तनाव पूर्ण हो गया था। इस वजह से सुरक्षा कर्मियों को भी बुलाना पड़ा।
आंदोलन कर्ताओं ने मनपा आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी से मिलने के लिए जबरदस्ती कार्यालय के अंदर घुसने की भी कोशिश की लेकिन सुरक्षा रक्षों ने उन्हें रोक दिया।
आंदोलन के चलते विधायक अभिजीत बंजारी और विधायक Vikas thakre ने Manpa प्रशासन के कामकाज पर कई सवाल उठाए और मानपा सरकार को अपने घेरे में लिया। बरसात के मौसम के साथ बढ़ती समस्याओं को लेकर अब मानपा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और नाराजगी दोनों ही बढ़ने लगी है।
शहर में नागरिकों को सुविधा प्रदान करना प्रशासन की जिम्मेदारी है लेकिन प्रशासन ये जिम्मेदारी पूरी तरीके से नहीं निभा रहा है। इस वजह से यह मुद्दा आंदोलन का रूप लेने लगा है। अब यहां मनपा प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह अपना काम सही ढंग से पूर्ण करें।
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