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Google का बहुचर्चित बदलाव “Work from Anywhere” नीति में new turn जाने पूरी बात

Google का बहुचर्चित बदलाव “Work from Anywhere” नीति में new turn

Google: “WFA” अब नहीं चलेगा “WFH” के साथ

तकनीक की दुनिया में वक्त के साथ नीतियाँ और नियम बदलते रहते हैं कभी कंपनियाँ कर्मचारियों को पूरी आज़ादी देती हैं, तो कभी दफ़्तर वापस बुलाने का दबाव बढ़ा देती हैं। अब इसी कड़ी में Google ने अपनी मशहूर “Work from Anywhere” (WFA) पॉलिसी में ऐसा बदलाव किया है, जिसने कर्मचारियों के बीच हलचल मचा दी है।

Google की नई गाइडलाइन के मुताबिक, अब “Work from Anywhere” वाले हफ्ते को “Work from Home” वाले दिनों के साथ इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। यानि अगर कोई कर्मचारी किसी हफ़्ते में सिर्फ़ एक दिन घर से काम करता है, तो वो हफ़्ता WFA में गिना जाएगा चाहे उसने पूरा हफ़्ता घर से काम किया हो या सिर्फ़ एक दिन। “अगर आपने घर से काम किया, तो अब वो Google की WFA छुट्टियों में से घट जाएगा।”

क्या है Google की WFA नीति?

“Work from Anywhere” पॉलिसी Google ने इसलिए शुरू की थी ताकि उसके कर्मचारी साल में कुछ हफ्तों के लिए कहीं से भी काम कर सकें चाहे वो किसी दूसरे देश में हों, अपने परिवार के पास गाँव में हों या छुट्टी मनाने किसी पहाड़ी इलाके में।

ये पॉलिसी लचीलापन (Flexibility) देने के लिए थी, जिससे कर्मचारी अपनी सुविधा के हिसाब से काम कर सकें और दिमाग़ को तरोताज़ा रख सकें। लेकिन अब Google ने साफ़ कह दिया है कि WFA और WFH को एक साथ इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

WFA और WFH – फर्क क्या है?

Google का नया नियम: अब “Work From Anywhere” और “Work From Home” को लेकर कोई गड़बड़ नहीं चलेगी अब ज़रा आसान ज़ुबान में समझिए कि Google ने आखिर अपनी पॉलिसी में क्या-क्या बदल दिया है, क्योंकि मामला थोड़ा उलझा हुआ है पर समझना ज़रूरी भी है।

Work From Home (WFH) घर से काम करने की इजाज़त

Google ने जो हाइब्रिड मॉडल बनाया है, उसमें कर्मचारियों को हफ़्ते में करीब दो दिन घर से काम करने की अनुमति होती है। मतलब, बाकी के दिन उन्हें ऑफिस से काम करना ही होता है। ये पॉलिसी उन लोगों के लिए है जो अपने मुख्य दफ़्तर (office) के पास ही रहते हैं, यानी ये एक स्थिर व्यवस्था है कोई छुट्टी वाली सुविधा नहीं।

इसका मतलब ये हुआ कि आप अगर किसी दिन ट्रैफिक या मौसम की वजह से घर से काम कर रहे हैं, तो वो “WFH” माना जाएगा ये आपके रोज़मर्रा के काम का हिस्सा है, कोई एक्स्ट्रा फायदा नहीं।

Work From Anywhere (WFA) यानी कहीं से भी काम करने की आज़ादी

अब बात करते हैं Google की मशहूर WFA पॉलिसी की। ये सुविधा थोड़ी “स्पेशल” थी इस पॉलिसी के तहत कर्मचारी साल में चार हफ़्ते तक दुनिया में कहीं से भी काम कर सकते थे। चाहे वो अपने गाँव चले जाएँ, पहाड़ों में हों, किसी दूसरे शहर या देश में मतलब जहाँ मन करे, वहाँ से काम करो।

लेकिन Google ने साफ़ कहा था कि “Anywhere” का मतलब घर नहीं होता। यानि अगर आप अपने ही घर से काम कर रहे हैं, तो वो WFH माना जाएगा, WFA नहीं। WFA का असली मक़सद था लोग थोड़ा घूम-फिरकर, ट्रैवल करते हुए, छुट्टियों के साथ काम को जोड़ सकें।

अब आया नया ट्विस्ट अब Google ने जो बदलाव किया है, वो थोड़ा सख़्त है अगर आप अपने WFA वाले हफ़्ते में सिर्फ़ एक दिन भी घर से काम करते हैं, तो वो पूरा हफ़्ता आपके WFA हफ़्तों में से काट दिया जाएगा!

यानि “एक दिन भी घर बैठे लैपटॉप खोल लिया, तो पूरा हफ़्ता गया समझो।” इससे अब WFH और WFA के बीच की लाइन बिल्कुल क्लियर कर दी गई है। कंपनी का कहना है कि WFA का मतलब है “सच में कहीं और से काम करना” ना कि “घर से काम करने का एक और बहाना।”

Google का कहना है… Google ने अपनी इंटरनल गाइडलाइन में बताया कि यह बदलाव इसलिए किया गया है क्योंकि कुछ लोग WFA की सुविधा का इस्तेमाल घर से काम करने के लिए कर रहे थे। कंपनी चाहती है कि यह पॉलिसी अपने असली मक़सद के लिए ही इस्तेमाल हो यानी “काम और सफ़र का संतुलन”, ना कि “घर से आराम का नया तरीका।”

Google का नया कदम: क्यों

WFA नीति में बदलाव किया गया Google ने WFA (Work From Anywhere) नीति में बदलाव किए हैं, और इसके पीछे कई साफ़-साफ़ वजहें और चुनौतियाँ हैं। आइए इसे आसान और बोलचाल की ज़ुबान में समझें

नीति की स्पष्टता और दुरुपयोग रोकना
सबसे बड़ी वजह यह है कि Google चाहता है कि कर्मचारी WFA का गलत इस्तेमाल न करें। पहले कई लोग सोचते थे,“मैं WFA हफ़्ते में घर से ही काम कर लूँ, और इसे छुट्टी जैसा गिनवा लूँ।” अब कंपनी ने साफ़ कर दिया कि ऐसा नहीं चलेगा। WFA केवल सच में कहीं और से काम करने के लिए है, ना कि घर से आराम करने या WFH की अतिरिक्त छुट्टी लेने के लिए। इससे नीति स्पष्ट रहती है और कर्मचारी इसे दुरुपयोग (misuse) नहीं कर सकते।

वैधानिक और वित्तीय जटिलताएँ
अगर कोई कर्मचारी किसी दूसरे राज्य या देश से काम करता है, तो इसके साथ टैक्स, वीज़ा और सोशल सिक्योरिटी जैसे नियम जुड़ जाते हैं। Google पहले ही कह चुका है कि WFA को सीमित करना इसलिए ज़रूरी है ताकि ये कानूनी और वित्तीय परेशानियाँ बढ़ें नहीं। यानी, कंपनी चाहती है कि काम में अड़चन या विवाद न आए।

दफ्तर वापसी (Return-to-Office) दबाव
बड़ी टेक कंपनियों में देखा गया है कि वे कर्मचारियों को धीरे-धीरे ऑफिस लौटने के लिए प्रेरित या मजबूर कर रही हैं। Google भी इसी राह पर है। इस नए नियम से कर्मचारियों को थोड़ा ऑफिस जाने का दबाव महसूस होगा।

कंपनी मानती है कि इससे टीम का तालमेल (cohesion) बेहतर रहेगा। नियंत्रण और टीम कल्ब (Cohesion) की इच्छा लीडरशिप का मानना है कि अगर कर्मचारी ऑफिस में अधिक समय बिताएँ, तो: सहयोग और विचार-विमर्श बेहतर होगा

टीम डायनामिक्स मजबूत होंगे
नए प्रोजेक्ट और आइडियाज़ तेजी से आगे बढ़ेंगे WFA पर पाबंदी इस उद्देश्य को मजबूत करती है। यानि, कंपनी चाहते हैं कि टीम के सभी सदस्य एक जगह काम करें और जुड़ाव महसूस करें।

उत्पादन और पारदर्शिता (Productivity & Transparency)
Google यह भी देख रहा है कि remote work में प्रदर्शन मापना मुश्किल हो सकता है। कभी-कभी काम की पारदर्शिता कम हो जाती है, या टीम के बीच वर्कफ्लो और कम्युनिकेशन प्रभावित होता है। इस सीमा से कंपनी को यह सुविधा मिलती है कि काम और प्रदर्शन पर अधिक नियंत्रण रखा जा सके।

कर्मचारियों की प्रतिक्रिया और चुनौतियाँ

Google की नई WFA नीति पर कर्मचारियों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ Google के इस नए फैसले को लेकर कर्मचारियों में मिश्रित भावनाएँ देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे नाखुशी और विरोध के रूप में व्यक्त कर रहे हैं, तो कुछ इसे समझने की कोशिश में हैं।

नाखुशी और विरोध
कई कर्मचारियों का कहना है कि यह कदम रेट्रोग्रेड (पीछे जाने वाला) है। “एक बार जो आज़ादी हमें मिली थी, उसे धीरे-धीरे वापस लिया जा रहा है।” कुछ लोग इसे confusing (भ्रमित करने वाला) भी मान रहे हैं। कर्मचारी सवाल उठाते हैं कि “अगर मैंने सिर्फ़ एक दिन WFA किया, तो पूरा हफ़्ता क्यों कटेगा?” इस तरह के सवाल नीति की तर्कशीलता और न्यायसंगतता पर बड़ा संदेह पैदा कर रहे हैं।

लचीलापन कम होने की चिंता
कई कर्मचारियों का मानना है कि महामारी के बाद दूरस्थ काम (Remote Work) ने जीवन और काम के बीच बेहतर संतुलन दिया था। अब इस तरह की पाबंदियाँ उस संतुलन को बिगाड़ सकती हैं।

उपयुक्तता और व्यक्तिगत सीमाएँ
हर कर्मचारी की स्थिति अलग होती है। कुछ के पास छोटे बच्चे हैं, जिन्हें देखभाल की ज़रूरत है। कुछ को यात्रा या पारिवारिक ज़िम्मेदारियाँ निभानी पड़ती हैं। ऐसे कर्मचारियों को यह नई नीति अधिक सख़्त और कठिन लग सकती है।

सम्बंधित दबाव
यदि कोई कर्मचारी इस नीति को पूरी तरह स्वीकार नहीं करता, तो यह अनजाने में दबाव (pressure) बन सकती है कि वे: ऑफिस में अधिक समय बिताएँ, या कंपनी के अपेक्षित नए ढाँचे को स्वीकार करें। कर्मचारी अब सोच रहे हैं कि क्या यह बदलाव उनकी आज़ादी और संतुलन को प्रभावित करेगा या सिर्फ़ कंपनी की तरफ़ से नियंत्रण बढ़ाने का तरीका है।

Google WFA नीति: स्पष्टता, और टीम के लिए फायदे

Google ने अपनी Work From Anywhere (WFA) नीति में जो बदलाव किए हैं, उनका मक़सद सिर्फ़ नियम बदलना नहीं है — बल्कि स्पष्टता और बेहतर नियंत्रण सुनिश्चित करना भी है।

स्पष्ट नीति और निष्पादन
पहले कर्मचारियों के लिए यह थोड़ा अस्पष्ट था कि कौन से दिन remote work के WFA में गिने जाएंगे और कौन से नहीं। अब यह पूरी तरह साफ़ कर दिया गया है। HR और प्रबंधन को अब बेहतर नियंत्रण मिलेगा। कोई भी भ्रम नहीं रहेगा कि किस दिन काम घर से किया गया और किस दिन WFA में गिना जाएगा। इससे कंपनी को नीति लागू करना और ट्रैक करना आसान हो गया है।

टीम कल्याण और सहयोग
जब कर्मचारी अधिक समय ऑफिस में बिताएँ, तो टीम के लिए कई फायदे हैं: सहयोग और विचार-विमर्श (brainstorming) बेहतर होता है। इम्प्रोम्प्टू मीटिंग्स यानी अचानक उठते नए आइडियाज़ पर बातचीत की संभावना बढ़ जाती है। टीम का तालमेल (cohesion) मजबूत होता है। यानि, ऑफिस में समय बिताने से सिर्फ़ काम नहीं बढ़ता, बल्कि टीम ज्यादा जुड़े और सक्रिय रहती है।

नियंत्रण और सुरक्षा
Google अब यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कानूनी, वित्तीय और वैधानिक जिम्मेदारियाँ पूरी तरह से निभाई जाएँ, ख़ासकर cross-border काम के मामलों में। टैक्स और वीज़ा जैसी समस्याएँ कम हों। कंपनी को जोखिम का सामना न करना पड़े। इसका मतलब है कि नीति कंपनी और कर्मचारियों दोनों के लिए सुरक्षित है।

फोकस और प्रतिबद्धता का संकेत
यह बदलाव एक साफ़ संदेश देता है:Google चाहता है कि WFA सिर्फ़ एक विशेष अवसर के रूप में लिया जाए, न कि साथ ही एक स्थायी सुविधा। यानि कर्मचारी समझें कि घर से काम करना आसान है, लेकिन WFA का मक़सद कुछ सीमित और विशेष हफ़्तों में ही इस सुविधा का फायदा उठाना है।

Google WFA नीति: कर्मचारियों की नाराज़गी

मोराल और प्रतिबद्धता पर असर
कर्मचारी सोच सकते हैं कि “हमारी आज़ादी कम हो गई है।” इससे काम के प्रति प्रतिबद्धता पर असर पड़ सकता है। मनोबल (morale) में गिरावट हो सकती है, क्योंकि पहले जितनी स्वतंत्रता थी, अब नहीं रही।

WFA की उपयोगिता कम होना
WFA हफ़्तों की संख्या सीमित है, और अब घर से काम करने वाले दिन भी WFA से काटे जाएंगे। कर्मचारियों को लग सकता है कि यह सुविधा अब कम उपयोगी हो गई है। कई लोग सोच सकते हैं कि “अब WFA लेने का असली फायदा कम रह गया।”

प्रतियोगिता में कमी
यदि अन्य कंपनियाँ अधिक लचीली नीतियाँ अपनाएँ, तो कर्मचारी बेहतर विकल्पों की तरफ़ आकर्षित हो सकते हैं। इसका मतलब है कि टैलेंट को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

कार्यक्षमता पर दबाव
कुछ कर्मचारी ऐसे हो सकते हैं जो: ऑफिस आने में समय और दूरी की समस्या महसूस करें, या निजी ज़रूरतों के कारण पूरे समय ऑफिस नहीं आ पाएं। इससे उन्हें अतिरिक्त दबाव लग सकता है और काम करने की लचक कम हो सकती है।

नीति का अल्पकालिक विरोध
जैसे ही यह नया नियम लागू हुआ है, संघर्ष और प्रतिरोध देखे जा सकते हैं। कर्मचारी सुधार या संशोधन की मांग उठाएँगे। शुरुआती समय में यह बदलाव विवादास्पद हो सकता है।

Google की नई WFA नीति: स्पष्टता के साथ संतुलन भी जरूरी

Google की नई नीति साफ़ तौर पर कहती है कि कंपनी अब दूरस्थ काम (Remote Work) को सीमित करना चाहती है। खासकर यह सुनिश्चित करना है कि WFA (Work From Anywhere) का इस्तेमाल WFH (Work From Home) की तरह नियमित छुट्टी बनने न पाए। यानि, WFA सिर्फ़ “विशेष अवसर” के लिए है कोई रोज़मर्रा की सुविधा या अतिरिक्त छुट्टी नहीं।

नीति बनाना आसान, लागू करना मुश्किल
महान कंपनियों की कहानी यही दिखाती है कि चाहे नीति कितनी भी ठोस और स्पष्ट हो, कर्मचारियों की स्वीकृति और संतुलन बनाए रखना उससे भी ज़्यादा अहम होता है। कर्मचारी अगर नियमों को समझें और उन पर भरोसा करें, तो नीति सफल होती है। वरना, चाहे नियम कितने भी सही हों, उसका असर कम या उल्टा पड़ सकता है।

संतुलन और फ़ीडबैक जरूरी
यदि Google इस बदलाव को लागू करते समय ध्यान रखे कि: कर्मचारियों की फीडबैक सुनी जाए, स्थान और व्यक्तिगत परिस्थितियाँ समझी जाएँ, हर कर्मचारी की जरूरतों और जिम्मेदारियों को देखा जाए, तो यह बदलाव न केवल कंपनी के लिए सही दिशा तय करेगा, बल्कि कर्मचारियों के काम और जीवन में संतुलन भी बनाए रखेगा।

दूरस्थ काम का उद्देश्य
शुरुआती दौर में दूरस्थ काम ने कर्मचारियों को स्वतंत्रता, लचीलापन और बेहतर जीवन-कार्य संतुलन दिया था। अगर अब Google ने नियम स्पष्ट किए हैं, लेकिन संतुलन और लचीलापन भी बनाए रखा, तो WFA का फायदा वही रहेगा कर्मचारी खुश, टीम प्रोडक्टिव और संगठन मजबूत।

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