Skip to content

Ola Electric का अगला Big कदम “Ola Shakti”आवासीय Battery Energy Storage System (BESS) Launch

Ola Electric का अगला Big कदम “Ola Shakti” आवासीय Battery Energy Storage System (BESS) Launch

Ola Electric का अगला कदम “Ola Shakti”

Ola Electric की नई उड़ान: अब गाड़ियों से आगे, “Ola Shakti” से घरों तक पहुंचेगी बिजली की ताक़त

Ola Electric ने जहाँ एक तरफ़ इलेक्ट्रिक स्कूटर के ज़रिए भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की नई शुरुआत की थी, वहीं अब कंपनी एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है ऊर्जा भंडारण (Energy Storage) के क्षेत्र में।

16 अक्टूबर 2025 को कंपनी ने अपने इस नए सफर की शुरुआत की और लॉन्च किया “Ola Shakti”, एक ऐसा Battery Energy Storage System (BESS) जो खास तौर पर घरों, किसानों और छोटे कारोबारियों के लिए बनाया गया है।

क्या है Ola Shakti और क्यों है ख़ास?

Ola Shakti का मक़सद साफ़ है भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाना। मतलब अब लोग अपने घर की छत पर लगे सोलर पैनल्स से जो बिजली बनाते हैं, उसे स्टोर कर सकेंगे और जब चाहे इस्तेमाल कर पाएंगे। ये सिस्टम खासतौर पर तीन तरह के उपयोगकर्ताओं के लिए बनाया गया है: घरों (Homes) के लिए ताकि बिजली का बिल घटे और लाइट कभी न जाए,

किसानों (Farms) के लिए ताकि वे सिंचाई या दूसरे काम बिना बिजली कट के कर सकें, छोटे बिज़नेस (Small Businesses) के लिए ताकि उनकी मशीनें, ऑफिस या दुकान हमेशा चलती रहे। इससे लोगों को न सिर्फ़ बिजली की आज़ादी (Energy Independence) मिलेगी, बल्कि देश में क्लीन एनर्जी (Clean Energy) का इस्तेमाल भी बढ़ेगा।


Ola की अपनी ‘Bharat Cell’ तकनीक
Ola Electric ने इसमें अपनी ही बनाई हुई 4680 Bharat Cell तकनीक का इस्तेमाल किया है। ये सेल पूरी तरह भारत में डिज़ाइन, इंजीनियर और मैन्युफ़ैक्चर किए गए हैं यानी ‘Make in India’ का एक शानदार उदाहरण।

इसकी खासियत ये है कि ये automotive-grade safety के साथ आते हैं मतलब इतनी मज़बूत बैटरी जो गाड़ियों में लगाई जाती है, वैसी ही सुरक्षा इसमें भी है। साथ ही, इनकी energy efficiency करीब 98% तक बताई जा रही है यानी बहुत कम ऊर्जा बर्बाद होती है और ज़्यादा स्टोर होती है।

कितने मॉडल्स और कितनी कीमतें?

Ola Shakti को कंपनी ने चार अलग-अलग क्षमताओं (configurations) में लॉन्च किया है, ताकि हर ज़रूरत के हिसाब से चुना जा सके:

मॉडल क्षमता (kWh) शुरुआती कीमत

Ola Shakti S1 1.5 kWh ₹ 29,999
Ola Shakti S2 3 kWh ₹ 55,999
Ola Shakti S3 5.2 kWh ₹ 1,19,999
Ola Shakti S4 9.1 kWh ₹ 1,59,999

कंपनी ने कहा है कि ये introductory prices सिर्फ़ पहली 10,000 यूनिट्स के लिए होंगी। अगर आप बुक करना चाहते हैं, तो सिर्फ़ ₹ 999 देकर प्री-बुकिंग की जा सकती है। और सबसे अच्छी बात Ola Shakti की डिलीवरी मकर संक्रांति 2026 से शुरू करने की योजना है।

Ola Shakti की ख़ास बातें एक स्मार्ट भारतीय बिजली साथी

Ola Shakti को Ola Electric ने सिर्फ़ एक बैटरी सिस्टम के तौर पर नहीं, बल्कि “घर की नई ताक़त” की तरह पेश किया है। इस सिस्टम में कई ऐसी ख़ासियतें हैं जो इसे बाकी बैटरी सिस्टम्स से अलग बनाती हैं। आइए, आसान ज़ुबान में समझते हैं कि आखिर इसमें क्या-क्या कमाल की बातें हैं मॉड्यूलर और स्केलेबल डिज़ाइन – ज़रूरत के हिसाब से बढ़ाओ ताक़त|


Ola Shakti का डिज़ाइन मॉड्यूलर है
मतलब आप चाहें तो एक यूनिट लगाएँ, या कई यूनिट्स को आपस में जोड़ दें। इससे फायदा ये होगा कि अगर किसी घर, फ़ार्म या दफ्तर को ज़्यादा बिजली स्टोर करनी है, तो बस एक और यूनिट जोड़ दें पूरी सिस्टम को बदलने की ज़रूरत नहीं। यानी बिजली की ताक़त अब आपकी ज़रूरत के हिसाब से स्केलेबल (Stackable) हो जाएगी।

बिजली जाते ही तुरंत काम शुरू 0 मिलीसेकंड का स्विचओवर
इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि अगर आपके घर की बिजली चली जाए, तो Ola Shakti बिना किसी देरी के तुरंत चालू हो जाती है। कंपनी ने बताया कि इसमें 0 मिलीसेकंड का स्विचओवर टाइम है मतलब बिजली बंद होते ही बैटरी “एक झपक में” काम संभाल लेती है। ना कोई झटका, ना कोई ब्लैकआउट सब कुछ स्मूथ।

वोल्टेज फ्लक्चुएशन का डर ख़त्म
भारत में बिजली का वोल्टेज कभी-कभी ऊपर-नीचे होता रहता है कभी 120V, तो कभी 290V तक। लेकिन Ola Shakti में इतना विस्तृत इनपुट वोल्टेज रेंज (120V – 290V) दिया गया है कि यह हर तरह के उतार-चढ़ाव को झेल सके। यानी अब आपके महंगे उपकरण (जैसे TV, फ्रीज़ या पंप) वोल्टेज गड़बड़ी से सुरक्षित रहेंगे।

मौसम जैसा भी हो Ola Shakti तैयार है (IP67 रेटिंग)
भारत का मौसम जैसा unpredictable होता है कभी धूल, कभी बारिश उसके लिए Ola Shakti पूरी तरह तैयार है। इसमें IP67 रेटिंग दी गई है, जिससे ये धूल और पानी दोनों से सुरक्षित है। चाहे मॉनसून का मौसम हो या नमी भरी रात ये सिस्टम बिना रुके चलता रहेगा।

तेज़ चार्जिंग और लंबा बैकअप
Ola Shakti की चार्जिंग भी उतनी ही तेज़ है जितनी इसकी परफॉर्मेंस। कंपनी के मुताबिक ये सिस्टम सिर्फ़ 2 घंटे में पूरी तरह चार्ज हो जाता है, और फुल लोड पर करीब 1.5 घंटे तक बैकअप देता है। मतलब अगर बिजली चली भी जाए, तो आपके घर के ज़रूरी काम आराम से चलते रहेंगे।

स्मार्ट फीचर्स एकदम ‘Digital दिमाग’ वाली बैटरी

Ola Shakti सिर्फ़ एक साधारण बैटरी नहीं है ये एक “स्मार्ट सिस्टम” है। इसमें वो सारी तकनीक है जो आज के दौर में ज़रूरी है:

Time-of-Day Scheduling: आप तय कर सकते हैं कि बैटरी कब चार्ज हो और कब डिस्चार्ज। Backup Prioritization: कौन सा उपकरण पहले चलेगा, ये आप खुद सेट कर सकते हैं। Remote Diagnostics: अगर कोई समस्या हो, तो सिस्टम खुद Ola के सर्वर से जुड़कर रिपोर्ट भेज देता है।

OTA (Over The Air) Updates: जैसे मोबाइल अपडेट होता है, वैसे ही यह बैटरी भी खुद को अपडेट रखती है। Smart Optimization: आपकी उपयोग की आदतों को देखकर यह खुद तय करती है कि कब चार्ज होना है, कब स्टैंडबाय रहना है। मोबाइल ऐप से सब कुछ आपकी उंगलियों पर Ola Shakti का पूरा कंट्रोल एक स्मार्टफोन ऐप से किया जा सकता है।

आप ऐप में देख सकते हैं: बैटरी में कितनी ऊर्जा बची है, कौन से उपकरण चल रहे हैं, और रियल-टाइम में बिजली का प्रवाह (Energy Flow) कैसा है। यानी अब आपकी बिजली की दुनिया भी “स्मार्टफोन के अंदर” आ जाएगी।

कौन-कौन से उपकरण चला सकते हैं Ola Shakti से?

Ola Electric का दावा है कि Ola Shakti सिर्फ़ बल्ब या चार्जर के लिए नहीं बल्कि भारी उपकरणों के लिए भी काफी ताक़तवर है।
ये सिस्टम चला सकता है:

एयर कंडीशनर (AC)

रेफ्रिजरेटर (Fridge)

इंडक्शन कुकर

कृषि पंप (Farm Pumps)

संचार उपकरण (Communication Equipment)

अगर पूरा लोड लगाया जाए, तो ये करीब 1.5 घंटे तक लगातार पावर दे सकता है जो काफी बेहतरीन माना जा रहा है। Ola Shakti सिर्फ़ एक प्रोडक्ट नहीं, बल्कि “ऊर्जा स्वतंत्रता” की तरफ़ एक बड़ा कदम है। घर, खेत या बिज़नेस हर जगह अब बिजली कटने का डर थोड़ा कम हो जाएगा। और सबसे अच्छी बात ये तकनीक पूरी तरह भारत में बनी है, भारत के लोगों के लिए।

भारत में बढ़ती ऊर्जा भंडारण की ज़रूरत Ola Shakti का सही समय पर बड़ा दांव

भारत जैसे देश में जहाँ बिजली कभी-कभी “कभी है, कभी नहीं” वाला हाल होता है वहाँ ऊर्जा भंडारण (Energy Storage) आने वाले समय की सबसे बड़ी ज़रूरत बन चुकी है।

गांवों में बिजली कट-ऑफ, शहरों में ग्रिड की अनिश्चितताएँ, और साथ ही सोलर और विंड एनर्जी जैसी अक्षय ऊर्जा का बढ़ता इस्तेमाल ये सब मिलकर भारत को ऐसे दौर में ला चुके हैं, जहाँ बिजली को स्टोर करना अब मजबूरी नहीं, समझदारी है। इसी मौके को पकड़ने की कोशिश कर रही है Ola Electric, अपने नए प्रोजेक्ट “Ola Shakti” के ज़रिए।

भारत में ऊर्जा भंडारण का बढ़ता बाज़ार

आज भारत में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) का जो मार्केट है, वो करीब ₹1 लाख करोड़ के आसपास का माना जा रहा है। लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2030 तक ये मार्केट तीन गुना से ज़्यादा बढ़कर ₹3 लाख करोड़ को पार कर सकता है।

कारण भी साफ़ है – बिजली की बढ़ती मांग, रिन्यूएबल एनर्जी का तेजी से विस्तार, और हर सेक्टर में बैकअप एनर्जी की ज़रूरत। इसलिए Ola Electric के लिए ये एक सही वक्त पर उठाया गया स्मार्ट कदम है क्योंकि जिसने इस क्षेत्र में अभी निवेश किया, वही आने वाले समय का लीडर बनेगा।

Ola का नया रास्ता मोबिलिटी से एनर्जी तक

Ola Electric अब सिर्फ़ इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी नहीं रहना चाहती। कंपनी का अब सपना है कि वो “पूरी ऊर्जा समाधान देने वाली कंपनी” बन जाए यानी गाड़ियाँ भी, और बिजली का भंडारण भी। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मार्केट में आज बहुत तेज़ प्रतिस्पर्धा (Competition) है हर कंपनी स्कूटर या EV बना रही है, लाभ मार्जिन कम हैं, और खर्च बहुत ज़्यादा।

इसलिए Ola के लिए यह ज़रूरी था कि वो अपनी आय के नए रास्ते (New Revenue Streams) खोजे और Ola Shakti उसी दिशा में एक मज़बूत शुरुआत है। फायदा ये कि Ola के पास पहले से मौजूद है मज़बूत आधार इस नए बिज़नेस को शुरू करने के लिए Ola को सब कुछ शून्य से नहीं बनाना पड़ा।

कंपनी के पास पहले से ही:
अपनी Gigafactory, अपनी Bharat Cell तकनीक, और एक मज़बूत वितरण नेटवर्क (Distribution Network) मौजूद है। इन सबका इस्तेमाल करके Ola अब ऊर्जा भंडारण सिस्टम के प्रोडक्ट्स बना सकती है जिससे नई फैक्ट्री लगाने या R&D पर भारी खर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। यानी कंपनी को मिलेगा कम खर्च में बड़ा मुनाफ़ा।

शेयर बाज़ार में भी दिखा Ola Shakti का असर

जैसे ही Ola Electric ने “Ola Shakti” का ऐलान किया, कंपनी के शेयरों में लगभग 5% की उछाल देखने को मिली। निवेशकों ने इसे कंपनी की दिशा बदलने (Pivot) और लंबे समय की ऊर्जा रणनीति के रूप में देखा।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह Ola Electric के लिए “मोबिलिटी से एनर्जी लीडर बनने का पहला ठोस कदम” है। निवेशक मानते हैं कि इस कदम से कंपनी की वैल्यू और स्थिरता (Stability) दोनों बढ़ेंगी।

भविष्य की योजनाएँ घरों से लेकर ग्रिड तक – Ola का प्लान सिर्फ़ घरों तक सीमित नहीं है। कंपनी आने वाले वक्त में B2C (Consumer) मार्केट से आगे बढ़कर B2B (Business) और Grid-Scale Solutions में भी उतरने की तैयारी में है।

कंपनी के डायरेक्टर्स पहले ही इशारा कर चुके हैं कि
आने वाले समय में Ola “Container Grid Products” लॉन्च करेगी यानि ऐसे बड़े सिस्टम जो पूरे इलाकों, फ़ार्मों या इंडस्ट्रियल एरिया को बिजली सप्लाई कर सकें। और Ola का लक्ष्य है कि आने वाले कुछ वर्षों में उनकी बैटरी ऊर्जा खपत (BESS Production) को 5 GWh प्रति वर्ष तक बढ़ाया जाए जो भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ा स्केलअप होगा।

Ola Shakti सिर्फ़ एक प्रोडक्ट नहीं, एक नई सोच है Ola Shakti की लॉन्चिंग से ये साफ़ हो गया है कि Ola Electric अब सिर्फ़ वाहनों तक सीमित नहीं रहेगी। कंपनी अब ऊर्जा की दुनिया में भी अपना “शक्ति प्रदर्शन” करने आई है।

भारत जैसे देश में, जहाँ बिजली की भरोसेमंदी अभी भी एक चुनौती है, ऐसे में Ola Shakti जैसे प्रोडक्ट्स लोगों को “Energy Freedom” देने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। जैसे मोबाइल ने कम्युनिकेशन बदला, वैसे ही Ola Shakti बिजली के इस्तेमाल का तरीका बदल सकती है

Ola Shakti के सामने चुनौतियाँ

शुरुआती लागत (High Initial Cost)
BESS यानी बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम का सेटअप शुरू में थोड़ा महंगा पड़ सकता है। सिर्फ बैटरी ही नहीं, बल्कि इंस्टालेशन, सुरक्षा उपाय और सर्टिफ़िकेशन जैसी चीज़ों पर भी खर्च आएगा। इस वजह से आम घर वाले कुछ सोच-समझ कर ही इसे अपनाएँगे।

तकनीक की भरोसेमंदी और लंबी उम्र (Technology Reliability & Longevity)
Ola Shakti में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल होता है। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतेगा, बैटरी में घिसावट (degradation) हो सकती है। इससे उसकी क्षमता थोड़ी कम हो सकती है, और सुरक्षा (thermal stability) या प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।

नीति और ग्रिड समायोजन (Policy & Grid Alignment)
भारत में ऊर्जा भंडारण क्षेत्र अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुआ है। नीति (regulatory framework), मानक (standards) और सब्सिडी मॉडल अभी लंबी प्रक्रिया में हैं।सर्टिफ़िकेशन, सुरक्षा नियम और DISCOMs के साथ तालमेल जैसी चीज़ें भी इस राह में चुनौती पैदा कर सकती हैं।

प्रतिस्पर्धा (Competition)
बाज़ार में पहले से ही कई बड़े खिलाड़ी हैं सोलर + बैटरी स्टार्टअप्स, ऊर्जा कंपनियां और अन्य BESS प्रदाता। Ola को सिर्फ उत्पाद लॉन्च नहीं करना, बल्कि प्रतिस्पर्धा में टिके रहना भी चुनौती होगी। लॉजिस्टिक और सर्विसिंग नेटवर्क (Logistics & Service Network) बैटरी इंस्टाल करना, मेंटेनेंस करना और सर्विसिंग देना आसान काम नहीं है।

Ola को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसका सर्विस नेटवर्क इस नए उत्पाद को पूरी तरह सपोर्ट कर सके। संक्षेप में कहें तो, Ola Shakti एक दमदार उत्पाद है, लेकिन उच्च लागत, तकनीकी भरोसा, नीति, प्रतिस्पर्धा और सेवा नेटवर्क जैसी चुनौतियों को भी ध्यान में रखना होगा।

भारत की ऊर्जा भविष्य में Ola Shakti की भूमिका

Ola Shakti सिर्फ़ एक नया प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि ये इस बात का भी इशारा है कि भारत में ऊर्जा (energy) के क्षेत्र में बड़े बदलाव आने वाले हैं। Ola Electric ने समय रहते इस बदलाव को पहचाना और अपनी रणनीति में ऊर्जा भंडारण (energy storage) को शामिल किया।

ये कदम बताता है कि आने वाले दशक में ऊर्जा का संतुलन (energy equilibrium) बड़ी चुनौती बन सकता है। मतलब सिर्फ बिजली पैदा करना ही काफी नहीं होगा, बल्कि इसे सही तरीके से स्टोर करना और स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करना भी बहुत ज़रूरी होगा।

अगर Ola इसमें सफल हो जाती है यानी टेक्नोलॉजी भरोसेमंद रहे, लागत कम हो और सर्विस नेटवर्क बढ़े, तो ये घर-घर की बिजली प्रणाली (household power ecosystem) को पूरी तरह बदल सकती है। लेकिन, यह सफर आसान नहीं है।उच्च लागत, तकनीकी चुनौतियाँ और कड़ी प्रतिस्पर्धा इस राह को आसान नहीं छोड़ेंगे।

यह भी पढ़े –

महाभारत’ के कर्ण Pankaj Dheer की Death कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद 68 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

“YouTube Down” 2025: Shocking डिजिटल Interruption जानें इस आउटेज का कारण, उपाय और असर

Subscribe

Join WhatsApp Channel