Mohit Suri की ‘मूड वाली मूवी’ वापसी!Saiyaara वो फिल्म है जो आपको सीधे 2005-2013 के रोमांटिक दौर में ले जाती है। ये फिल्म उतनी ही "Mohit Suri" है जितना Aashiqui 2 या Awarapan थी। प्यार, दर्द और बारिश – सब कुछ पुरानी यादों वाला पैकेज!
2. दो नए चेहरे, लेकिन दिल में जगह बना लीAhaan Panday (जो Ananya Panday के कज़िन हैं) और Aneet Padda इस फिल्म से डेब्यू कर रहे हैं। दोनों का मासूम प्यार और कॉन्ट्रास्टेड कैरेक्टर आपको एक टीनएज लव स्टोरी में पूरी तरह डुबा देते हैं।
3. जब रोमांस को भूलने की बीमारी घेर लेवाणी (अनीत) की ‘भुलक्कड़’ आदत असल में अल्जाइमर का शुरुआती लक्षण निकलती है। यानी, प्यार अभी पूरी तरह खिला भी नहीं... और यादें मिटने लगीं!
पुरानी फिल्मों के फील में बसा नया जादूये फिल्म किसी नई लव स्टोरी से ज़्यादा, एक "बेस्ट ऑफ़ मोहित सूरी" एल्बम की तरह है – जिसमें हर सीन से पुरानी फिल्मों की महक आती है।
जब दर्द को धुन में ढाला जाए फिल्म के गाने अकेले सुनें तो शायद उतना असर ना करें, लेकिन जब स्क्रीन पर दर्द और रोमांस के साथ चलते हैं, तो दिल को छू जाते हैं। सच्चे संगीत प्रेमियों के लिए एक इमोशनल राइड।
प्यार पुराना है, लेकिन दिल आज भी धड़कता हैक्लास बंक करना, छुपकर मुस्कुराना, और बारिश में बाइक पर जाना – सैयारा वही पुराना रोमांस है, जिसमें इंस्टा-रिल्स नहीं, बल्कि डायरी के पन्ने होते हैं।
"नेपो किड्स" पर खुद की चुटकी!फिल्म में अहान एक जर्नलिस्ट को पीट देता है क्योंकि उसने उसका नाम रिव्यू में नहीं लिखा। मज़े की बात ये है कि अहान खुद भी एक नेपो किड हैं – यह खुद पर किया गया स्मार्ट तंज है।
प्यार के बीच सोशल मीडिया की नो एंट्रीजहां आज की लव स्टोरीज़ चैटिंग और डेटिंग ऐप्स में उलझी हैं, वहीं सैयारा पुराने ज़माने की ‘फायरवर्क्स के नीचे वाला किस’ वाली लव स्टोरी दिखाती है।
दोनों का अभिनय: थोड़ी कमी, पर भरपूर कशिशअहान के गुस्से वाले सीन थोड़े कमजोर हैं, लेकिन शांत पलों में वो असर छोड़ते हैं। अनीत की कोमलता और कॉन्फिडेंस धीरे-धीरे दिल में जगह बना लेते हैं। दोनों “मेमे मटीरियल” नहीं, “रील मटीरियल” हैं।
सैयारा: नया नहीं, लेकिन सच्चा एहसासअगर आप सोचते हैं कि बॉलीवुड में अब दिल छूने वाली लव स्टोरीज़ नहीं बनतीं, तो सैयारा एक प्यारी सी स्माइली देगा। ये वो फिल्म है जो कुछ नया नहीं कहती, लेकिन जो कहती है, दिल से कहती है।