एक साथ कई कंपनियों में नौकरी: भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोहम पारेख पर आरोप है कि उन्होंने एक ही समय में कई अमेरिकी स्टार्टअप्स में बिना बताएं नौकरी की, जिसे "मूनलाइटिंग" कहा जाता है।

मिक्सपैनल के संस्थापक ने किया खुलासा: मिक्सपैनल के संस्थापक सुहैल दोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर सबसे पहले सोहम को लेकर चेतावनी दी और उनका सीवी भी साझा किया।

फर्जी सीवी का आरोप: दोशी और अन्य स्टार्टअप संस्थापकों का कहना है कि सोहम की सीवी में 90% जानकारियां फर्जी हो सकती हैं।

असाधारण तकनीकी प्रतिभा: कुछ पूर्व सहकर्मियों ने कहा कि सोहम तकनीकी रूप से बेहद कुशल थे और कुछ घंटे का काम एक घंटे में निपटा देते थे।

कई स्टार्टअप्स में काम करने का दावा: सोहम की सीवी में Dynamo AI, Union.ai, Synthesia, Alan AI, और GitHub जैसे नाम शामिल हैं। उनके कार्यकाल बहुत छोटे रहे और काम अधूरा भी छोड़ा।

शिक्षा पृष्ठभूमि: सोहम ने मुंबई यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक और जॉर्जिया टेक से मास्टर्स की डिग्री लेने का दावा किया है, हालांकि इन दावों की सच्चाई पर अब सवाल उठ रहे हैं।

टेक इंडस्ट्री में हड़कंप: इस घटना ने सिलिकॉन वैली और भारतीय टेक समुदाय में हलचल मचा दी है, और इसे अब तक की सबसे बड़ी "एम्प्लॉयमेंट स्कैम" में से एक माना जा रहा है।

मीम्स और सोशल मीडिया ट्रेंड: सोशल मीडिया पर सोहम के ऊपर मीम्स की बाढ़ आ गई है — जैसे "The Wolf of YC Street" और "Corporate Majdoor" कहकर लोग मजाक उड़ा रहे हैं।