भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध कलाकारों में Dharmendra Singh Deol हर भारतीय के दिल पर राज करते हैं उनकी फिल्मों को सभी भारतीयों ने बहुत प्यार किया है।
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Dharmendra Singh Deol का निजी जीवन
लगभग 60 सालों से हिंदी सिनेमा में राज करने वाले धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को लुधियाना पंजाब में हुआ था। धर्मेंद्र का असली नाम धर्म सिंह देवल था।
Dharmendra Singh Deol के माता पिता
इनके पिता का नाम किशन सिंह देओल और मां का नाम सतवंत कौर था।
धर्मेंद्र का बचपन लुधियाना में बीता इन्होने उस स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की जहां उनके पिता हेड मास्टर थे।
Dharmendra Singh Deol का विवाह
धर्मेंद्र का पहला विवाह 1954 में प्रकाश कौर के साथ हुआ था। 19 वर्ष की आयु में उन्होंने पहला विवाह कर लिया था प्रकाश कौर के साथ उनके दो बेटे और दो बेटी भी है जिनका नाम है सनी, बॉबी, विजेता, अजेता। फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद धर्मेंद्र की मुलाकात एवं मालिनी से भी और इन्होंने इसे विवाह किया हेमा मालिनी के साथ उनकी दो बेटी ईशा देओल और अहाना देओल है।
Dharmendra Singh Deol की फिल्में
धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” से करियर की शुरुआत की। धर्मेंद्र ने 1960 से 1967 तक कई फिल्मों में काम किया किंतु उन्हें प्रसिद्धि हासिल ना हुई। इन्होंने कई फिल्मों में रोमांटिक किरदार अदा किए हैं।
धर्मेंद्र और नूतन की कई फिल्में साथ रिलीज हुई थी जिनमें से,” सूरत और सीरत”,” बंदिनी”,” दिल ने फिर याद किया”,”दुल्हन एक रात की”,” अनपढ़”,” पूजा के फूल”, “बहारें फिर भी आएंगी”,”आंखें”,” आई मिलन की बेला”
दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय फिल्में है।
1966 में रिलीज हुई फिल्म “फूल और पत्थर” धर्मेंद्र की पहली एक्शन मूवी थी इस फिल्म में उन्होंने मीना कुमारी के साथ काम किया था। यह फिल्म इस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। मीना कुमारी और धर्मेंद्र की जोड़ी दर्शकों को बहुत पसंद थी और मीरा कुमारी ने धर्मेंद्र की प्रसिद्धि में भूमिका निभाई।
इस फिल्म के लिए धर्मेंद्र को पहली बार बेस्ट एक्टर का फिल्म फेयर नॉमिनेशन प्राप्त हुआ था। मीना कुमारी के साथ धर्मेंद्र ने 7 फिल्मों में काम किया। यहीं से उनकी किस्मत का सितारा चमक गया और वह जाने-माने अभिनेता बन गए। धर्मेंद्र की हेमा मालिनी के साथ जोड़ी सुपरहिट रही। उनकी सभी फिल्में सिनेमाघर में सुपरहिट होती थी। सीता और गीता, राजा जानी, नया जमाना, शराफत, तुम हसीन मैं जवान, जैसी गई फिल्मों में साथ काम किया।
1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक है और यह विश्व प्रसिद्ध फिल्म है। इस फिल्म में धर्मेंद्र ने वीरू का किरदार निभाया जो दर्शकों के बीच आज भी जिंदा है लोग धर्मेंद्र जी को वीरू के नाम से पुकारने लगे।
Dharmendra Singh Deol का फिल्म प्रोडक्शन हाउस
1983 में धर्मेंद्र पाजी ने फिल्म प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की जिसका नाम उन्होंने विजेता रखा। इस प्रोडक्शन हाउस से धर्मेंद्र पाजी ने बतौर निर्देशक अपना डेब्यू किया और फिल्म “बेताब” से अपने बेटे ‘सनी देओल’ का डेब्यू भारतीय सिनेमा में किया।
Dharmendra Singh Deol के अवार्ड्स
अपनी फिल्मी करियर के लिए धर्मेंद्र जी को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिसमें 1990 में उन्हें निर्देश के रूप में ‘घायल’ फिल्म के लिए नेशनल फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
1997 में फिल्म फेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से इन्हें सम्मानित किया गया।
2011 में धर्मेंद्र पाजी को आईआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।
2012 में उन्हें पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया।
Dharmendra Singh Deol का राजनीति पहलू
फिल्मी करियर के साथ-साथ धर्मेंद्र पाजी ने राजनीति में भी अपना करियर बनाया। उन्होंने साल 2004 में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राजस्थान, बीकानेर से लोकसभा चुनाव लड़ा जिसमें सफलता मिलने के बाद उन्होंने 2004 से लेकर 2009 तक लोकसभा की सदस्यता निभाई।
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